4 सहनसिलतासे अपनासबके असल चरितर बनाइछै आ असल चरितरसे आसा उतपन करैछै।
कथिलेत तोरासबके आपन धिरजके कारन जिबन मिल्तौ।”
पबितर धरमसास्तरमे पहिने लिखल बातसब अपनासबके सिक्छा दैकेलेल छेलै। धरमसास्तरमे भेल बातसे अपनासबके सहैबला सक्ति आ हौसला दैछै ताकी अपनासबके आसा बनल रहे।
तोरासबके थाहे छौ, कि तिमोथीके बेबहार असल छै। जनङ बेटा आपन बाबुके साथ दैछै तहिनङे उ हमरसङे सुसमाचार परचारके काममे हमरा साथ देल्कै।
जनङ एकटा लङगर जहाजके अस्थिर राखैछै तहिनङ यि आसा अपनासबके सुरक्छीत आ अस्थिर राखैछै। उ आसा येसु चियै। उहे अपनासबके स्वरगिय मन्दिरके परदा भितर महापबितर ठाममे गेलै।
उ लोक धैनके चियै, जे आपत-बिपतमे अस्थिर रहैछै, कथिलेकी जाँचके सामना करलाके बाद उ जिबनके मुकुट पाबतै, जे परमेस्वरके परेम करैबलासबके परमेस्वर दैले परतिग्या करने छै।
तुसब कुछ समय कस्ट भोग्लाके बाद, अनुगरहसे भरल अपनासबके परमेस्वर, जे तोरासबके खिरिस्टमे अनन्त महिमामे सहभागी हैकेलेल बोलाइनेछौ। उ आपनेसे तोरासबके फेनसे अस्थापना करतौ, सिध करतौ, बलगर बनाके अस्थिर कराइतौ।