कथिलेत सुसमाचारसे लोकके परमेस्वर कनङके धरमी बनाइतै से बात परकट करने छै। परमेस्वरके अगा धरमी ठहरैबला बात बिस्बाससे सुरु हैछै आ बिस्बासेमे पुरा हैछै। जनङ कि पबितर धरमसास्तरमे लिखलछै, “जे लोक बिस्बास दुवारा परमेस्वरके अगा धरमी ठहरतै, उ लोक जिबन पाबतै।”
कोनो लोक धरम-करममे नै महज पापी लोकसबके छमादैबला परमेस्वरमे बिस्बास करैछै त वह्या बिस्बासके कारन परमेस्वर ओकरा धरमी ठहराइछै। यि त परमेस्वरके दान चियै।