20 उ परमेस्वरके करल परतिग्यामे एकोरति सङका नै करल्कै महज बिस्बासमे औरो बौकार भ्याके परमेस्वरके परसन्सा करल्कै।
जब लोकसबके भिर यि देखल्कै तब उसब डरा गेलै आ लोकसबके एहेन सक्ती दैबला परमेस्वरके परसन्सा करल्कै।
तब जकरिया स्वरगदुतके कहल्कै, “यि साँचोके हेतै से हम कनङके जान्बौ? हम आ हमर घरबालीयो बुढ भ्यागेलियै।”
तु धैनके चिही कथिलेत परमेस्वर जे कहने छेलौ ओहै बात पुरा करतौ कैहके तु बिस्बास करलिही तब परमेस्वर काम करल्कौ।”
होसियार भ्याके बिस्बासमे अरल रह। साहसी आ बौकार हो।
ओहैसे खिरिस्टके खातिर कमजोरीमे, बदनामीमे, कठिनाइमे, सताबटमे, आपत-बिपतमे हम सन्तुस्ट चियै। कथिलेकी जब हम कमजोर हैचियै, तब हम सक्तिसाली हैचियै।
अन्तमे, तुसब परभुमे आ ओकर बरका सक्तीसे बलगर हो।
हमर दुलरुवा बेटा तिमोथी, येसु खिरिस्टके अनुगरहसे बलगर हैत जो।