5 कतहेक लोक एकटा दिनके दोसर दिनसे बेसि बिसेस मानैछै महज कतहेक लोक सबदिन एके ठानैछै। हरेक लोक आपन-आपन मनमे बिस्बास करल बातमे पक्का हैलेपरतै।
हमरासबके बिचमे पुरा भेल घटनासबके बिबरन लैबला बहुत लोकसब आपन हाथमे लेने छै।
परभु येसुमे बिस्बास कैरके हम यि बात पक्का जानैचियै कि, खाइबला कोनो चिज आपनेमे असुध नै रहैछै। महज जे लोक असुध माइनके खाइछै, उ ओकरलेल असुधे हैछै।
महज जे कोइ सङका कैरके खाइछै त, उ दोसी ठहरैछै, कथिलेत बिस्बास बिनाके करल सबकाम पाप चियै।
कथिलेत परमेस्वर आपन करल परतिग्या अबस्य पुरा करतै कैहके उ निसचिन्त छेलै।
एहेन कमजोर बिस्बासी भाइ तोहर ग्यानके कारनसे नास हैछै, जकर खातिर खिरिस्ट मरलै।
महज सब बिस्बासी लोकके यि ग्यान नै हैछै। ओकरासबके मुरतिपुजाके आदत भेलाके कारन अखुन्तो मुरुतिके चरह्याल चिज खाइछै त साँचोके मुरुतिके चरह्याल चिज खाइचियै कैहके ठानैछै। ओइसबके मनमे एहेन गलत बिचार भेलाके कारन उ खेलासे “हम असुध भेलियै” कैहके ठानैछै।