9 बेबस्थामे “बेबिचार नै कर, हतिया नै कर, चोरी नै कर, लोभ नै कर” आ औरो आग्यासब छै। यि सब आग्यासबके सार यह्या चियै कि “तु आपन परोसियाके आपने जखा परेम कर।”
दोसर फेनो अहिनङे चियै, ‘तु आपन परोसियाके आपने जखा परेम कर।’
तु त आग्यासब जान्बे करैचिही- हतिया नै कर, बेबिचार नै कर, चोरी नै कर, झुठा साक्छी नै दहै आ आपन माँ-बाबुके आदर कर।”
आ दोसर बरका आग्या यि चियै ‘आपन परोसियाके आपने जखा परेम कर।’ अइसे कोनो बरका आग्या नै छै।”
तब उ कहल्कै, “तु परमपरभु आपन परमेस्वरके आपन पुरे मनसे, पुरे परानसे, पुरे सक्तीसे आ पुरे बुइधसे परेम कर तब आपन परोसियाके आपने जखा परेम कर।”
तु त आग्यासब जान्बे करैचिही, ‘बेबिचार नै कर, हतिया नै कर, चोरी नै कर, झुठा साक्छी नै दहै आ आपन माँ-बाबुके आदर कर।’”
भाइ-भैयासब, तुसब स्वतन्तर हैले बोल्याल गेलचिही। यि स्वतन्तरताके आपन पाप स्वभाबके इक्छा पुरा करैले परयोग नै कर। बरु परेमसे एक दोसरके भलाइ कर।