12 रात बितगेलै आ दिन नजदिक आइबगेल छै। तैल्याके अपनासब अन्हारमे करैबला खराब काम छोइरके इजोतमे करैबला असल काम करैले तैयार रह।
महज येसु खिरिस्टके स्वभाबके धारन कर आ पापी स्वभाबके इक्छा पुरा करैबला बातमे धियान नै दहै।
यि सब घटनासब अपनासबके खातिर उदाहरन हेबे कैहके अपनासबके चेताबनीके लेल लिखल गेलै। आब हमसब अइ सन्सारके अन्तके समयमे आइबगेल चियै।
हे हमर भाइ-भैयासब, हमर कहैके मतलब यि चियै कि, समय एकदम कम छै। आबसे घरबाली हैबलासब घरबाली नै भेलसब जखा रहे।
हमरासबके हाथ-हथियार त सन्सारके नै छै, महज हमरासबसङे परमेस्वरके सक्तिसाली हाथ-हथियार छै, जै हाथ-हथियारसे सैतानके सक्तिके खतम कैरदैछै आ बेकारके बाद-बिबादके नास कैरदैछै।
सत खबर परचार कैरके परमेस्वरके सक्तीसे हमसब काम करैचियै। लराइ करैबला हाथ-हथियार देहना हाथमे आ आपनके रक्छा करैबला हाथ-हथियार बमा हाथमे बोकैचियै। उ एकेटा हाथ-हथियार धारमिकता चियै।
तोरासबके पुरन्का जिबन आपने खराब इक्छाके कारनसे नस्ट हैतरहौ। तैखातिर तुसब आपन पुरन्का जिबन तियाइदहै।
अन्हारमे काम नै लागैबला कामसबमे सहभागी नै हो। बरु उ काम खराब छै कैहके देख्यादहै।
पहिने तुसब अन्हारमे छेल्ही महज आब परभुके लोक भेलाके कारन इजोतमे चिही। तैखातिर तुसब इजोतके धियापुतासब जखा बेबहार कर।
कतहेक लोकके सङगतीमे जाइके बानी नै रहैछै, महज अपनासब एकसाथ भेला हैले नै छोर। महज तुसब परभु आबैबला दिन नजदिक आइबरहल देखलाके कारनसे एक-दोसरके औरो हौसला दहै।
अहैलेल अतहेक बरका साक्छीके भिर अपनासबके चारुदिसन भेलाके कारनसे सब परकारके बाधा आ असान तरिकासे ओझराइबला पापसबके हटाके धिरजसाथ दौरैले परतै।
अहै खातिर सब एहेन अधलाह आचरन आ नै निक बानी बेबहारसे अलग हो। नम्र भ्याके तोरौरके हिरदयमे राखल परमेस्वरके बचनके आपन बना कथिलेत ओहैसे तोरौरके उदार कैरसकैछौ।
तहिनङे तुहुसब धिरज राख, हिम्मत नै हार। कथिलेकी परभुके आबैबला दिन लगचिया गेलछै।
अहैलेल तुसब दुस्टतासे, छल-कपटसे, सब डाहसे आ सब निन्दासे दुरे रह।
सब चिजके अन्त हैके समय चैल एलछै। ओहैसे तुसब आपन मनके सुध आ आपनेके बसमे राख ताकी तुसब असलसे परथना करे सक।
यि सब चिज अनङ नास हेबे लागलछै त, तुसब केहेन लोक हैकेचाही? तोरासबके जिबन पबितर आ परमेस्वरमे समरपित हेबे परतौ।
कोइ कोइ यि बिचार करैछै कि परमपरभु आपन करल परतिग्या पुरा करैले देर करैछै, महज कोइ नास नै हेबे बरु सबलोक आपन-आपन पापसे पस्चाताप करे कैहके उ धिरजसे असियालछै।
हमर पिरिय धियापुतासब, यि अन्तिम घरी चियै। खिरिस्ट बिरोधी आबैबला छै से तुसब सुन्नेचिही। खिरिस्टके बहौत बिरोधीसब त आइबगेल छै। तहैसे अपनासब यि अन्तिम घरी चियै से बात जानैचियै।
उ धैनके चियै, जे अगमबानीके यि बचनसब जोरसे अबाज निकालके परहैछै, सुनैछै आ ओइमे लिखल बातके पालन करैछै, कथिलेकी यि बात पुरा हैबला समय लगचियागेलछै।
तब उ हमरा एहैन कहल्कै, “यि किताबके अगमबानीसब घोसाइरके नै राख, कथिलेत यि सब पुरा हैबला समय नजदिक चैलएल छै।