आब हम सन्सारमे नै रहबै, महज उसब त सन्सारेमे रहतै आ हम अहाँके लग आइबरहल चियै। हे पबितर पिता, अहाँ आपन नामके सक्तिसे एकरासबके रक्छा करु, जे नाम अहाँ हमरा देलियै, ताकि ओहोसब हम आ अहाँ एक भ्याल जखा एक हेबे।
अहिनङ यिसब त आपन सिर, जे खिरिस्ट चियै, ओकरसङे कोनो समबन्ध नै राखैछै। खिरिस्ट देहके सिर चियै जे पुरे देहके हटाकटा बनाबैछै, एहैन कैरके देह, गिरह-गिरह आ नसा-नसासब जुटैत परमेस्वरेके योजना अनुसार बरहैत-बरहैत जाइछै।