10 ओइसबके आँख देखैले नै सकैबला अन्हर हेबे आ ओइसबके पिठ सबदिनके लेल कुबर हेबे।”
कथिलेत उसब परमेस्वरके चिन्हीयोके ओकरा आदर नै करल्कै, नै त धन्यबाद देल्कै, महज उसब आपन बिचारमे बेकम्मा भेलै आ ओइसबके मुरुख हिरदय औरो अन्हारसे भरलै।
पबितर धरमसास्तरमे एहेन लिखल छै, “परमेस्वर ओकरासबके मन सुस्त बन्यादेल्कै। एहेन आँख देल्कै कि उसब देखैले नै सकैछै आ एहेन कान देनेछै कि उसब सुनैले नै सकैछै। उसब अखुन्तो ओहिनङे दसामे छै।”
ओइसबके हिरदय कठोरताके कारन अन्हारसे झापलछै आ परमेस्वरके दैबला जिबनसे दुरछै।
एहैन लोकसब त पानी बिनाके भवसब जखा चियै आ हबा बिहाइरसे उरैबला गरदा जखा चियै। एहैन लोकसबके लेल परमेस्वर पतालके अन्धकार जतनके राखनेछै।
परमेस्वर त पाप करैबला स्वरगदुतोसबके बाकी नै राखल्कै, महज उसबके नरकके खाइधमे फेक देल्कै। ओइसबके नियाइके दिनतक पतालके अन्धकारमे बाइन्हके राखनेछै।
उसब समुन्दरके बरका झोह जखा चियै आ आपन घिन्याल बात समुन्दरके गेजुवा जखा देखाइछै। उसब अने-ओने घुमैबला तरासब जखाछै, जकरासबके लेल सबदिनके खातिर पतालके अन्धकार राखलछै।
तोरासबके याद करैबला बात यि चियौ कि, आपन अधिकारमे नै रहैबला आ आपन रहैयोबला ठाम छोरैबला स्वरगदुतसबके समेत परमेस्वर सबदिनके लेल बाइन्हके राखनेछै। उ नियायके बरका दिनमे सजाय दैकेलेल ओइसबके पतालके अन्हारमे बाइन्हके राखनेछै।