17 हमर दरसनमे देखापरल घोरा आ घोरसबारसब एहेन छेलै, ओकरासबके छातिके कबच आइग जखा लाल, निल आ हरदी रङके छेलै। घोरासबके मुरी सिंहसबके मुरी जखा छेलै आ ओइसबके मुहसे आइग, धुवाँ आ गन्धक निकलैछेलै।
यदि कोनो लोक ओकरासबके नास करैले खोज्तै त, ओकरासबके मुहसे आइग निकैलके दुस्मनसबके नास करतै। तहिनङे कोनो लोक ओकरासबके बिगार करैके इक्छा करतै त, उ ओहै किसीमसे मारलजेतै।
तकरा परमेस्वरके करोधके बाटीमे बिना मिलाबटके तयार करल परमेस्वरके करोधके करा दाखमध पियैले परतै। उसब पबितर स्वरगदुतसब आ थुमाके अगा आइग आ गन्धकमे कस्ट भोग्तै।
महज उ जानबर आ ओकर अगा अचमके चेन्हा देखाइबला झुठा अगमबक्ता दुनु पकराउमे परलै। एहैन अचमके कामसे झुठा अगमबक्ता ओइ जानबरके छाप लगाइबला आ मुरती पुजा करैबलासबके बहकाइने छेलै। दुनुके जिबिते आइगके धिधरामे फेक देल्कै।
तब जाती-जातीके लोकसबके बहकाबैबला दुस्टके रजा सैतानके आइग आ गन्धकके खाइदमे फेकदेल्कै, जते जानबर आ झुठा अगमबक्तासबके फेकने छेलै। ओते उसब दिन-रात सबदिन दुख-कस्ट भोगैतरहतै।
पाचम आनिक्स, छठम लालमनी, सातम पीतमनी, आठम बेरुज, नवम पुस्पराज, दसम लसुने, एघारम निलमनी आ बारहम कटेलाके छेलै।
महज डरपोकसब, बिस्बास नै करैबलासब, घिनलागैबला काम करैबलासब, हतियारासब, बेबिचारीसब, जादु-टोना करैबलासब, मुरती पुजा करैबलासब आ झुठ बोलैबलासबके ठाम त आइग आ गन्धक बरैबला भठिमे हेतै। यि दोसर मिरतु चियै।”
ओइसबके मुहसे आइग, धुवाँ आ गन्धकके तिनटा बिपत निकलैत रहलै। तै बिपतसे एक तिहाइ लोकसबके जानसे मारल्कै।
ओकरासबके छातिके कबच लोहाके छेलै आ ओकरासबके डेनके अबाज लराइमे दौरैबला बहुत रथ आ घोरासबके जखा छेलै।