8 तकरबाद उ चारटा जिबित परानीसब आ चौबिसटा धरमगुरुसब अगा आइबके निहुक गेलै। सबके हाथमे एक-एकटा बजाबैबला बिना आ धुप गमकसे भरल सोनाके बाटी छेलै, उ धुपके गमक त परमेस्वरके लोकसबके चरहाल बिन्ती परथना चियै।
तकर बिहानके युहन्ना येसुके आपन दिसन आबैत देखके कहल्कै, “देख, यि सन्सारके पाप उठाके लजाइबला परमेस्वरके थुमा चियै।
ताकि सबकोइ बेटाके आदर करे, जनङ उसब पिताके आदर करैछै। जे कोइ बेटाके आदर नै करैछै, उ लोक बेटाके पठाइबला पितोके आदर नै करैछै।
परमेस्वर आपन पहिन्का जलमल बेटाके सन्सारमे पठाबै बखत उ फेनसे अनङ कहल्कै, “परमेस्वरके सब स्वरगदुतसब ओकरे पुजे।”
मारलगेल थुमाके जिबनके किताबमे सन्सारके सिरिस्टी हैसे पहिने नाम लिखल लोकसब बाहेक पिरथिबीमे रहैबला सबकोइ ओइ जानबरके पुजा करतै।
हम आइगसङे मिलल सिसाके समुन्दर जखा देखलियै। ओते जानबर, ओकर मुरतिमे आ ओकर नामके सङख्यामे बिजय पाबैबला लोकसब छेलै। उसब आपन हाथमे परमेस्वरके देल बिना लके सिसाके समुन्दरके कातमे ठारभेल छेलै।
तब उ चार जिबित परानीसबमेसे एकटा परानी सातटा सोनाके बाटी सातटा स्वरगदुतसबके देल्कै। उ सातटा बाटी सबदिन जिबित रहैबला परमेस्वरके करोधसे भरल छेलै।
तब उ चौबिस धरमगुरु आ चार जिबित परानीसब ठेङहुनिया द्याके सिंहासनमे बैठल परमेस्वरके आराधना करल्कै आ एहैन कैहके जयजयकार करल्कै, “आमेन, हालेलुयाह।”
उसब गित गाबैतरहैत बेरमे सबदिन जिबित आ सिंहासनमे बिराजमान रहैबलाके अगा उ चौबिसटा धरमगुरुसब गोरलागल्कै आ आपन-आपन मुकुट ओकर सिंहासनके अगा राइखके अनङ कहल्कै,
उ सिंहासनके चारुओर चौबिसटा सिंहासनसब छेलै आ मुरमे सोनाके मुकुट आ उजर बस्तर पहिरने चौबिस गोरा धरमगुरुसब उ सिंहासनमे बैठल छेलै।
सिंहासनके अगा समुन्दर जखा देखाइबला चिज छेलै। उ चिज सिसा जखा सफा देखाइछेलै। आँखे आँख भेल चारटा जिबित परानी सिंहासनके अगा आ पछा कैरके चारुकातसे घेरनेछेलै।
उ चारु परानीके छ-छटा डेन छेलै आ डेनके बाहर आ भितरमे आँखसे झापल छेलै। दिनरात उसब नै थाकैत पिराइत अनङ गाबैत रहैछै। “सरबसक्तिमान परमेस्वर पबितर, पबितर, पबितर चियै। उ छेलै, उ छै आ उ रहतै।”
तब हम देखलियै त बहुतो स्वरगदुतसब गित गाबैत रहै, जेसब सिंहासन, चारु जिबित परानी आ धरमगुरुके चारुदिसन ठारभेल छेलै, जकर गन्ती लाखो-लाख आ करोरोमे छेलै।
उसब जोरसे अनङ कहैछेलै, “बलीके रुपमे मारलगेल थुमा अधिकार, धन, बुइध, बल, मान, आदर आ इस्तुती पाबैके योग्यके चियै!”
तब उ चारु जिबित परानी कहल्कै, “आमेन” आ उ धरमगुरुसब निहैकके गोरलगी करल्कै।
तकरबाद हम चारटा जिबित परानी आ धरमगुरुसबसे घेरल सिंहासनके बिचमे एकटा थुमा ठारभेल देखलियै। उ थुमा मारल जखा देखाइछेलै। ओकरा सातटा सिङ आ सातटा आँख छेलै। सातटा आँख पुरे पिरथिबीमे पठाल परमेस्वरके सात आत्मा चियै।
तकरबाद थुमा उ सातटा लाहटसब मेसे पहिन्काके तोरैत हम देखलियै, तब चार जिबित परानीसब मेसे एकटा मेघ गरजन जखा आबाजमे अनङ कहैत हम सुनलियै “अते या!”