उ लोक धैनके चियै, जे आपत-बिपतमे अस्थिर रहैछै, कथिलेकी जाँचके सामना करलाके बाद उ जिबनके मुकुट पाबतै, जे परमेस्वरके परेम करैबलासबके परमेस्वर दैले परतिग्या करने छै।
“देख, हम चोर जखा अनचेकेमे एबौ। उ लोक धैनके चियै, जे जागल रहैछै आ आपन बस्तरके जोग्याके राखैछै। उ लोकके नाङटे चले नै परतै आ लोकसबके बिचमे लाजमे नै परतै!”
अहैलेल तु जे सिक्छा सुनने आ सिखनेचिही ओकरा याद कर। उ बातमे लागल रह आ पापसे पस्चाताप कैरके मन परिबरतन कर। यदि तुसब जागल नै रहबिही त, हम चोर एल जखा सुटुकसे एबौ आ हम कोन घरी एबौ से तु थाह नै पाबबिही।