परमेस्वरमे दुख सहैबला तोरासबके आ हमरासबके छुटकारा देतौ। यि त तब हेतै, जब परभु येसु स्वरगसे धधकैत आइगमे आपन सक्तीसाली स्वरगदुतसबसङे परगट हेतै तब यि सब करतै।
हे स्वरगमे भेल्हासब, उ सहर नास भेलासे खुस हो। हे परमेस्वरके पबितर जनसब, परेरितसब आ अगमबक्तासब सबकोइ आनन्द मना! कथिलेत तोरासबके सताबैके कारन परमेस्वर ओकर नियाय करने छै।