वह्या एक लाख चौबालिस हजार लोकसब सिंहासनके अगा आ उ चार जिबित परानी आ धरमगुरुसबके अगा एकटा लया गित गाबैछेलै। ओइसबके पिरथिबीसे मोल तिरके छोरेने छेलै। ओइसबके बाहेक कोइ नै उ गित सिखैले सकैछेलै।
उ सहर चौखुट छेलै। ओकर चौरा आ लम्बा बराबर रहै। जब स्वरगदुत ओइ लगीसे सहरके नापल्कै तब उ सहर दुइ हजार चार सय किलोमिटर छेलै। ओकर लम्बा, चौरा आ उच सब बराबर छेलै।