23 आबसे तोहरमे चिरखाके इजोत कहियो नै चमकतौ आ तोहरमे बर-कनियाके सोर कहियो सुनैले नै पाबतै। कथिलेत तोहर बेपारीसब सन्सारके धनिक-धनिक लोकसब छेलै आ तोहर जादु-टोनासे सब जातिके लोकसब ठगलगेल छेलै!”
अहै बातसे लोकसब ओकरा मानैत रहै, कथिलेत बहौत दिन पहिनेसे उ आपन जादुगरिसे लोकसबके आस्चरज करने रहै।
अहिनङे उ अजेगर, जे पहिन्का साँप चियै, जकर नाम दुस्ट आत्मा आ सैतान सेहो चियै, जे पुरे सन्सारके भरमाके राखने छेलै, ओकरा आ ओकर दुतसबके सङे स्वरगसे पिरथिबीमे फेक्नेछेलै।
ओकरसङे सन्सारके रजासब बेबिचार करने छेलै आ सन्सारके लोकसब ओकर बेबिचारके नसासे मातल छेलै।”
ओकर कपारमे एक रहसमय नाम लिखल छेलै, “महान बेबिलोन, सन्सारके बेबिचारनी आ अधलाह काम करैबलासबके महताइर चियै।”
आबसे तोहरमे बिना बजाइबला, बौसली बजाइबला, तुरही बजाबैबला आ गित गाबैबलासबके अबाज कहियो नै सुनैले पाबतै। कोनो किसिमके सिप भेल लोकसब ओते नै भेटतै आ जाँत पिसैके अबाज फेरसे तोहरमे कहियो सुनैले नै पाबतै।
कथिलेत सब जातीसबके लोकसब ओकर बेबिचारके मध पिके मातल छै आ सन्सारके रजासब ओकरसे बेबिचार करने छेलै आ सन्सारके बेपारियोसब ओकर बरका मोज-मज्जाके कारन धनिक भेल छेलै।”
ओकरसे बेबिचार करैबला आ सुख-बिलास करैबला सन्सारके रजासब जब उ जरैत सहरके धुवाँ देखतै तब ओकरलेल कान्तै आ सोक करतै।
महज डरपोकसब, बिस्बास नै करैबलासब, घिनलागैबला काम करैबलासब, हतियारासब, बेबिचारीसब, जादु-टोना करैबलासब, मुरती पुजा करैबलासब आ झुठ बोलैबलासबके ठाम त आइग आ गन्धक बरैबला भठिमे हेतै। यि दोसर मिरतु चियै।”
महज कुतासब जखा खराब लोकसब, जादु-टोना करैबलासब, बेबिचारीसब, हतियारासब, मुरती पुजा करैबलासब, झुठ मन पराइबला आ तै अनुसार जिबन बिताइबलासब सहरसे बाहरे रहतै।
ओते कहियो रात नै हेतै, ओते दिया या रौदके जरुरत नै परतै कथिलेत परभु परमेस्वरे ओइसबके लेल इजोत हेतै आ उसब सबदिन राज करतै।
तकरबाद पिरथिबीके रजा, सासक, सेनापती, धनबान आ अधिकारीसब आ हरेक दास आ स्वतन्तर सब लोकसब पहारके गुफासब आ चटानसबमे घोसैरगेलै।
उसब हतिया करैसे, जादु-टोना करैसे, बेबिचार करैसे आ चोरि-चकारी करैसे मन नै फिराइल्कै।