14 उसब अचमके चेन्हा देखाइबला आत्मासब चियै। उसब पिरथिबीके जम्मे रजासब लग जाइछै आ सरबसक्तिमान परमेस्वरके महान दिनमे जुध करैले ओकरासबके जमा करैछै।
परमेस्वरके राजके यि सुसमाचार परचार सन्सार भैर करलजेतै, ताकि सब जातीके लोकसब सुनैके मौका पाबे, तकरबादे यि सन्सारके अन्त हेतै।
कथिलेत झुठा खिरिस्ट आ झुठा अगमबक्तासब देखा परतौ। सम्भब त अचमके कामसब आ चेन्हासब देख्याके परमेस्वरके छानल लोकसबके बहकेतौ।
कथिलेत झुठा खिरिस्ट आ झुठा अगमबक्तासब देखा परतौ। सम्भब त अचमके कामसब आ चेन्हासब देख्याके परमेस्वरके छानल लोकसबके बहकाके लजेतौ।
ओइ बखत रोमी महराज अगस्टस हुकुम करैत कहल्कै राज भैरके सबलोकके नाम लिखाके दरता करैले परतौ।
तोरासबके पिता त सैतान चियौ आ तुसब आपन पिताके इक्छा पुरा करैले चाहैचिही। उ त सुरुवेसे हतियारा छौ, सत चिजसे ओकरा कोनो मतलब नै छै, कथिलेत ओकरमे कोनो सत नै छै। जब उ झुठ बोलैछै, उ आपन स्वभाब अनुसार बोलैछै, कथिलेकी उ झुठ चियै आ उ झुठके पिता चियै।
सबसे पहिने, तोरासबके लेल येसु खिरिस्ट दुवारा हम आपन परमेस्वरके धन्यबाद चरहाइचियै, कथिलेकी खिरिस्टमे करल तोरासबके बिस्बासके बारेमे सारा दुनियामे फैललछै।
उ ब्यबस्था भङ करैबला सैतानके सक्ती ल्याके एल रहैछै, तब सब तरहके झुठा चेन्हा आ अजगुत-अजगुतके कामसबके चेन्हा देखाइतौ।
पबितर आत्मा साफ-साफ कहैछै कि अन्तके दिनसबमे अहिनङो लोकसब हेतै जेसब बिस्बाससे पछा हटतै। उसब छल करैबला आत्माके आ भुतसबके देल सिक्छा मान्तै।
एहेन बुइध स्वरगसे नै आबैछै, महज यि त सन्सारसे, लोकके आपन चाहनासे आ सैतानसे आबैछै।
हमसब परमेस्वरके बेटा-बेटी चियै आ पुरे सन्सार दुस्ट सैतानेके बन्धनमे छै कैहके अपनासब जानैचियै।
अहिनङे उ अजेगर, जे पहिन्का साँप चियै, जकर नाम दुस्ट आत्मा आ सैतान सेहो चियै, जे पुरे सन्सारके भरमाके राखने छेलै, ओकरा आ ओकर दुतसबके सङे स्वरगसे पिरथिबीमे फेक्नेछेलै।
ओकर एकटा मुरीमे मरैले लागैबला बहौत गैहर चोट लागल छेलै, महज उ गैहर चोट निक भेलै। अहै खातिर सारा सन्सारके लोकसब आस्चरजमे पैरके ओइ जानबरके पछा लागे लाग्लै।
तब हिबरु भसामे आर-मागेड्डोन कहैबला ठाउमे उ असुध आत्मासब रजासबके जमा करल्कै।
तकरबाद हम बेदीलगसे एकटा एहेन अबाज सुनलियै, “हे सरबसक्तिमान परभु परमेस्वर, अहाँके नियाइ ठिक आ सत छै!”
उसब थुमाके बिरोधमे लराइ करतै महज थुमा आपनसङे बोल्याल, छानल आ बिस्बास योग्यसबके ल्याके ओकरासबके जित्तै कथिलेत उ परभुसबके परभु आ रजासबके रजा चियै।
तब पिरथिबीके चारुदिसनसे लोकसबके बहकाइले या गोग आ मागोगके लराइके लेल जम्मा करैले निकल्तै। उसबके सङख्या समुन्दरके बालु सरह हेतै।
पिरथिबीके सब जातीसबके जाँचैले अइ सन्सारमे आबैबला दुख कस्टसे हम तोरा बचाइबौ, कथिलेकी तुसब बहुत बात सैहके हमर आग्यापालन करनेचिही।
कथिलेत ओइसबके नियाय आ सजायके बरका दिन आइबगेल छै, के ओइ दिनके सहन करैले सक्तै?”