कथिलेकी जब हमसब तोरासबलग एलियौ त तुसब कनङके हमरासबके स्वागत कैल्ही आ जिबित आ सत परमेस्वरके सेबा करैके लेल कनङके मुरतिपुजा करैले छोइरदेल्ही से बात त लोकसब आपने कहैछै।
तब सात बाटी लेल सात स्वरगदुतमेसे एक गोरे हमर लगमे आइबके कहल्कै, “एते या, हम तोरा नाम चलल बेबिचारनी जनीके कनङके सजाय दैछै से देखाइबौ। उ बेबिचारनी जनी समुन्दरके पानी उपरमे रहैछेलै।