तब सात बाटी लेल सात स्वरगदुतमेसे एक गोरे हमर लगमे आइबके कहल्कै, “एते या, हम तोरा नाम चलल बेबिचारनी जनीके कनङके सजाय दैछै से देखाइबौ। उ बेबिचारनी जनी समुन्दरके पानी उपरमे रहैछेलै।
उ बिपतसे बचलहा लोकसब आपन हाथके कामसबसे पस्चाताप नै करल्कै। उसब भुत-परेतसबके, देखैले नै सकैबला, सुनैले नै सकैबला आ चलै-फिरै नै सकैबला सोना, चानी, काँस, पथल आ काठके मुरतीसबके पुजैलै नै छोरल्कै।