सातम स्वरगदुत आपन तुरही फुकल्कै त स्वरगमे बरका अबाज एहेन कहल्कै, “पिरथिबीमे राज करैके अधिकार आबसे अपनासबके परभु आ ओकर खिरिस्टके चियै आ उ जुगो-जुगतक राज करतै।”
पहिल्का स्वरगदुत आपन तुरही फुकल्कै त लहुसङे मिझराइल पथल आ आइग पिरथिबीमे बरसलै। जकर कारन पिरथिबीके एक तिहाइ भाग, गाछसबके एक तिहाइ भाग आ सब हरियर घास-पतार डैहगेलै।