सैतान ओकरा कहल्कै, “हम यि सब राजके रजा, यि सब धन-सम्पतीके मालिक बन्यासकै चियै कथिलेत यि सब अधिकार हमर हाथमे देल छै आ हम जकरा चाहबै तकरा दयासकै चियै।
जाती जातीके लोकसब करोधसे भरलछै, महज आब अहाँके आपन करोध देखाबैबला समय एलछै, मरलहासबके नियाय करैबला समय एलछै आ अहाँके सेबकसब, अगमबक्तासब आ पबितर जनसब आ अहाँके डर मानैबला छोट-बरका सबके इनाम दैबला समय आ पिरथिबीके बिनास करैबलासबके नास करैके समय एलछै।”