44 [नरकमे नै त किरा मरैछै नै त आइगे बुताइछै।]
“तकरबाद उ आपन बमा कता भेल्हासबके कहतै, हे परमेस्वरसे सराप पाबलाहा लोकसब। हमरसे दुर चैल जो! सैतान आ ओकर दुतसबके लेल तैयार करल कहियो नै मुझाइबला आइगमे चैल जो।
तब उसब दन्डके भागिदार हेतै, महज धरमीसब अनन्त जिबन पाबतै।”
फटकैबला सुपा ओकरे हाथमे छौ आ उ आपन खरहियानके आपने साफ करतौ। आपन गहुम बखारीमे जम्मा करतौ, महज भुसा जतेक सब नै बुताइबला आइगमे जराइतै।”
यदी तोहर हाथ पाप करैले लगाइछौ त ओकरा काइटके फेकदहै। दुनु हाथ ल्याके नरकके नै बुताइबला आइगमे जाइसे त बरु लुल्हा भ्याके स्वरगमे परबेस करनाइ उचित छै।
यदी तोहर टाङ पाप करैले लगाइछौ त ओकरा काइटके फेकदहै। दुनु टाङ ल्याके नरकमे जाइसे त बरु नेङरा भ्याके अनन्त जिबनमे परबेस करनाइ उचित छै।
जते नै त किरा मरैछै नै त आइग बुताइछै।
एहैन लोकसब परभुके उपस्थिती आ ओकर सक्तिके महिमासे अलग हेतै आ सबदिनके लेल नास हेतै।
तकरा परमेस्वरके करोधके बाटीमे बिना मिलाबटके तयार करल परमेस्वरके करोधके करा दाखमध पियैले परतै। उसब पबितर स्वरगदुतसब आ थुमाके अगा आइग आ गन्धकमे कस्ट भोग्तै।
तब जाती-जातीके लोकसबके बहकाबैबला दुस्टके रजा सैतानके आइग आ गन्धकके खाइदमे फेकदेल्कै, जते जानबर आ झुठा अगमबक्तासबके फेकने छेलै। ओते उसब दिन-रात सबदिन दुख-कस्ट भोगैतरहतै।
जकर-जकर नाम जिबनके किताबमे लिखल नै भेटलै, ओकरासबके आइगके भठिमे फेकदेल्कै।
महज डरपोकसब, बिस्बास नै करैबलासब, घिनलागैबला काम करैबलासब, हतियारासब, बेबिचारीसब, जादु-टोना करैबलासब, मुरती पुजा करैबलासब आ झुठ बोलैबलासबके ठाम त आइग आ गन्धक बरैबला भठिमे हेतै। यि दोसर मिरतु चियै।”