13 महज हम तोरासबके कहैचियौ, एलिया आइबगेल छै आ ओकर बारेमे धरमसास्तरमे लिखल बमोजिम लोकसबके जे मन लाग्लै उसब सेह्या करल्कै।”
यदी तुबस यि बात सुइकार करैले तैयार चिही त सुन, युहन्ने एलिया चियौ, जे फेनो आबैबला छै।
येसु जबाफ देल्कै, “साँच्चो के, पहिने एलिया एतौ आ सब चिजके पहिनेके नहाइत बनाइतै। महज मानब बेटाके बहुत दुख कटनाइ आ दोसरसे बहिस्कार हेबेपरतै से कथिले पबितर धरमसास्तरमे लिखल छै?
जब उसब औरो चेलासब भेल ठाममे घुइमके एलै तब ओते उसबके एकटा बरका भिर चारुकातसे घेरने छेलै आ धरमगुरुसब चेलासब सङे बहस कैररहल छेलै।
उ एलिया जखा सक्ती आ पबितर आत्मासे भरल लोक बन्तै। उ परभु आबैके लेल लोकसबके हिरदय तैयार करतै। बाबुसबके मन धियापुता दिसन आ थेथरसबके मन धरमीसबके बुइधमे तैयार कैरके घुम्याके लाबतै।”
कि अगमबक्तासब मेसे ककरा नै तोरौरके पिता-पुरखासब सतेल्कौ? परमेस्वरके पबितर धारमिक सेबकके आबैसे पैहने भबिसबानी करैबलासबके खुन कैर देल्कौ आ तुसब ओहै धरमी सेबकसबके पकराके ओकरा खुन कैर देल्ही।