26 उ सिरिया देसके फोनिके इलाकाके एक गिरिक जनी छेलै। उ जनी आपन बेटीसे भुत आत्मा निकाइल दिय कैहके ओकरसे बिन्ती करल्कै।
ओहै इलाकाके एकटा कनानी जनी आइबके चिच्याइत कहेलाग्लै, “हे परभु, दाउद राजके बेटा, हमर उपर दया करु। हमर बेटीके भुत एकदम सत्यारहल छै।”
अहिनङे ओकर कामके चरचा पुरे सिरिया परदेसमे फैलगेलै। हरेक परकारके रोग-बिमारसे सत्याल, भुत लागल, मिरगी लागल आ लकबा मारल लोकसबके येसु लग आनल्कै आ येसु ओइसबके निक करल्कै।
ओहै बखत एकटा जनी जकर बेटीके भुत लागल छेलै उ येसुके बारेमे सुनल्कै तब उ आइबके ओकर लाग ठेङहुनिया द्याके बैठलै।
महज येसु ओकरा कहल्कै, “पहिने आपन धियापुतासबके खाइले दहै, धियापुतासबके रोटी कुतासबके फेक देनाइ उचित नै चियै।”
आबसे नै त यहुदी, नै त गैर-यहुदी, नै दास, नै स्वतन्तर, नै पुरुख, नै जनी छै, कथिलेत तुसब खिरिस्ट येसुमे सबकोइ एक चियै।
तैखातिर अते गिरिक या यहुदी, देहमे खतना करल आ नै करल, असभ्य, असिक्छित, दास या स्वतन्तर ककरो कोनो भेदभाव नै छै महज खिरिस्टे सब चिज चियै आ सबमे बास करैछै।