27 तैल्याके रजा तुरन्ते आपन एकटा सिपाहीके “युहन्नाके घेंच काइटके आनैले” आदेस करल्कै। तब उ सिपाही जहलमे ज्याके युहन्नाके घेंच काटल्कै,
ओइ बखत रजा एकदम दुखी भेलै आ भोजमे एल्हा मेजमानसबके अगा आपन करल बचन तोरैले नै चाहल्कै।
आ थारीमे आइनके ओइ छौरीके देल्कै आ उ आपन माँके देल्कै।