26 ओइ बखत रजा एकदम दुखी भेलै आ भोजमे एल्हा मेजमानसबके अगा आपन करल बचन तोरैले नै चाहल्कै।
यि बात सुइनके हेरोद एकदम दुखित भेलै, महज तैयो उ आपन मेजमानसबके अगामे ख्याल किरियाके कारन उ ओहिनङे करैले हुकुम देल्कै।
उ झटसिना भितर रजा हेरोद लग ज्याके कहल्कै, “हमरा अखुन्ते बप्तिस्मा दैबला युहन्नाके मुरी थारीमे राइखके दिय।”
तैल्याके रजा तुरन्ते आपन एकटा सिपाहीके “युहन्नाके घेंच काइटके आनैले” आदेस करल्कै। तब उ सिपाही जहलमे ज्याके युहन्नाके घेंच काटल्कै,