4 तब छिटै बखत कतहेक बिया रस्तामे परलै, उ बिया चिरै-चुरगुनसब आइबके ख्यालेल्कै।
जे लोक परमेस्वरके राजके बचन सुइनके नै बुझैछै, उ लोक रस्ताकातमे परल बिचहन जखा चियै। तब सैतान आइबके ओकर हिरदयमे भेल्हा बचन छिनके ल्याजाइछै।
तब उ बिचहन छिटैतखिना कुछ बिचहन रस्ताके कातमे परलै आ चिरै-चुरगुनसब बिछके ख्यालेल्कै।
कतहेक लोकसब बिया छिटल रस्ता जखाछै। जब उसब बचन सुनैछै, तब तुरन्त सैतान आइबके ओकरासबमे छिटल बचन बिछके लजाइछै।
“सुन! एकटा किसान खेतमे बिया छिटैले निकललै।
कुछ बिया पथलबला जमिनमे परलै, जते बेसी माटी नै रहै आ माटीके गहिराइ नै भेलासे बिया जल्दीए जलमलै।
रस्तामे खसलाहा बिचहन उसब चियै, जे कोइ सुनैछै महज बचन सुइनके बिस्बास नै करैछै, कारन बिस्बास कैरके नै जिये कैहके सैतान आबैछै तब सुनल बचन लके चैलजाइछै।
“एकटा किसान बिचहन छिटैलै निकल्लै, छिटैत-छिटैत कुछ बिचहन रस्तामे परलै, बटोहीसब टाङसे दाइब देल्कै आ चिरैसब ओइके ख्या लेल्कै।