22 तब कोनो लोक तजा अङगुरके मध पुरना छलाके थैलीमे नै राखैछै, नै त लबका मधसे छलाके फाइरदैछै तब मध बैहजाइछै। तब मध आ छला दुनु नास हैछै। तैल्याके तजा मध लबके छलाके थैलीमे राखल जाइछै।”
कोइ पुरना छलाके थैलीमे लबका अङगुरके मध नै राखैछै, यदी राख्तै त थैली फुइटजेतै आ मध बैहजेतै। तै खातिर लबका अङगुरके मध लबके छलाके थैलीमे राखे परैछै, तब मध आ थैली दुनु जोगल जाइछै।”
“कोइ पुरना कपरामे लबका ढप्पा नै जोरैछै। अगर जोरैछै त, लबका ढप्पा पुरना कपराके घकुचाके फाइर दैछै आ पहिनेसे औरो नै निक हैछै।
एकबेर येसु पबितर बिसराम दिनमे गहुम खेत हैत जाइछेलै आ ओकर चेलासब गहुमके सिंससब खाइले तोरल्कै।