19 तु त आग्यासब जान्बे करैचिही- हतिया नै कर, बेबिचार नै कर, चोरी नै कर, झुठा साक्छी नै दहै आ आपन माँ-बाबुके आदर कर।”
येसु ओकरा कहल्कै, “हमरा कथिले असल गुरु कहैचिही? परमेस्वर बाहेक कोइ नै असल छै।
तु त आग्यासब जान्बे करैचिही, ‘बेबिचार नै कर, हतिया नै कर, चोरी नै कर, झुठा साक्छी नै दहै आ आपन माँ-बाबुके आदर कर।’”
बेबस्थामे “बेबिचार नै कर, हतिया नै कर, चोरी नै कर, लोभ नै कर” आ औरो आग्यासब छै। यि सब आग्यासबके सार यह्या चियै कि “तु आपन परोसियाके आपने जखा परेम कर।”
बेबस्था पालन कैरके परमेस्वरके नजरमे कोइयो नै धरमी ठहरतै कथिलेत लोकसब पापी छै से बात त बेबस्थे बताइछै।
बेबस्थाके अधिनमे रहैले चाहैबलासब हमरा यि कह, बेबस्था कि कहैछै तोरासबके थाह नै छौ?
कथिलेत सब बेबस्थाके निचोर एकेटा आग्यामे पुरा हैछै, “आपन परोसियासबके आपने जखा परेम कर।”
एहैन खराब काम कैरके कोनो लोक आपन बिस्बासी भाइसबसे नाजाएज फाइदा नै उठाबे। कथिलेकी एहेन पाप करैबलासबके परमेस्वर दन्ड दैछै। अइके बारेमे हमसब पहिने तोरासबके एकदमसे चेताइने चियौ।
कथिलेत “बेबिचार नै कर” आ “हतिया नै कर” सेहो कहनेछै। तै दुवारे बेबिचार नै करबिही महज लोकके हतिया करबिही त बेबस्थाके भङ करैके दोख लाग्तौ।