16 “कोइ पुरना बस्तरमे लबका ढप्पा नै लगाइछै। कथिलेत लबका ढप्पा पुरना बस्तरके घोकच्याके पहिन्कोसे बेसी फाइरदैछै।
तब येसु जबाब देल्कै, “जाबेतक बर, बरियातीसङे रहैछै, कि उसब सोक मनाइछै? महज उ दिन एतै जहिया बर ओइसबके बिचसे अलग हेतै तब उसब उपास बैठतै।
कोइ पुरना छलाके थैलीमे लबका अङगुरके मध नै राखैछै, यदी राख्तै त थैली फुइटजेतै आ मध बैहजेतै। तै खातिर लबका अङगुरके मध लबके छलाके थैलीमे राखे परैछै, तब मध आ थैली दुनु जोगल जाइछै।”
“कोइ पुरना कपरामे लबका ढप्पा नै जोरैछै। अगर जोरैछै त, लबका ढप्पा पुरना कपराके घकुचाके फाइर दैछै आ पहिनेसे औरो नै निक हैछै।
तब येसु फेरसे एकटा खिसा सुनेल्कै, “के लबका कपरा फाइरके पुरनामे जोरैछै। अगर जोरियो दैछै त लबका कपरा बिगैर जेतै आ लबका ढप्पा पुरना ढप्पासे मेल नै खेतै।
“हमरा तोरासबके कहैबला बातसब त बहौत छै, महज अखुन तुसब नै सहे सकबिही।
आब बिस्बास, आसा आ परेम यि तिन बात रहैछै, महज ओइमेसे सबसे बरका परेम चियै।
तोरासबके देल दानसे परमेस्वरके जनके खाँचो पुरा मातरे नै, महज यि कामसे उ लोकसब परमेस्वरके एकदमे धन्यबाद देतै।