आ जे मानबके बेटाके बिरोधमे नै निक बोल्तै त ओकर पाप छमा हेतै, महज जे पबितर आत्माके बिरोधमे नै निक बोल्तै त, ओकरा नै अइ युगमे नै आबैबला युगमे छमा हेतै।”
तब भिरके लोकसब ओकरा पुछल्कै, “खिरिस्ट त सबदिन रहतै कैहके हमसब बेबस्थासे सिखने चियै। तब अहाँ कनङ कहैचियै कि मानबके बेटा उपर उठ्याल जेतै? यि मानबके बेटा के चियै?”