घरके मालिक उठके केबार बन करतौ तब तुसब बाहरसे केबार ढकढकाइत कहबिही, ‘परभु, हमरासबके लेल केबार खोइलदिय।’ आ उ भितरसे जबाफ देतौ, ‘तुसब के चिही आ कतेसे एलचिही? हम नै चिन्हैचियौ।’
तुसब हमरा नै चुनलिही, महज हम तोरासबके चुनलियौ। आब जो आ सबदिन रहैबला फल फराइहे कैहके हम तोरासबके चुनलियौ। तहैलेल तुसब हमर नाममे पितासे जे कुछ माङबिही उ तोरासबके देतौ।