घरके मालिक उठके केबार बन करतौ तब तुसब बाहरसे केबार ढकढकाइत कहबिही, ‘परभु, हमरासबके लेल केबार खोइलदिय।’ आ उ भितरसे जबाफ देतौ, ‘तुसब के चिही आ कतेसे एलचिही? हम नै चिन्हैचियौ।’
उसब परमेस्वरके जानैछै कैहके दाबी करैछै महज ओइसबके बेबहारसे उसब परमेस्वरके इन्कार करैछै से बात देखाइछै। उसब घिनलागैबला आ अटेरी हैछै आ कोनो असल काम करे लाएकके नै छै।
जे सैतानके जित्तै, उ अनङ उजर बस्तर लगाइतै आ ओकर नाम हम जिबनके किताबसे कहियो नै मिटकाइबै। उ हमर लोक चियै कैहके आपन पिता आ ओकर स्वरगदुतसबके अगा हम सुइकार करबै।’