19 असल फल नै फराइबला सब गाछ काइटके आइगमे फेकल जेतै।
अखुन गाछके जैरमे कुरहाइर परे लागल छै, कथिलेत असल फल नै फरैबला सबगाछ काइटके आइगमे फेकल जेतै।
असल गाछ खराब फल नै फराबे सकैछै, नै त खराब गाछ असल फल फराबे सकैछै।
गाछमे कुरहाइर परे लागल छै, कथिलेत असल फल नै फरैबला सबगाछ काइटके आइगमे फेकल जेतै।”
आपन लोकसब असल काममे लागल रहे, ताकी आवसयक परल समयमे सहायता देबे सके आ बेरथमे जिबन नै जिये।
महज औरो लोक काट आ कुस उबजाबैबला जमिन जखा हैछै। उ जमिन बेकार हैछै। एहैन जमिनमे त परमेस्वरके सराप परे सकैछै आ अन्तमे आइगसे नास हेतै।
तोरासबके परेम भोजमे यि लोकसब कलंक चियौ। उसब दोसर गोराके वास्ता नै कैरके आपन पेट भरैके धियानमे रहैछै। उसब पानी बिनाके बादल जखाछै, जकरा हबा उराके ल्याजाइछै। उसब आपन समयमे फल नै फरैबला आ जैरसे उखैरके मरल गाछसब जखा चियै।