26 साँचे हम तोरासबके कहैचियौ। जबतक तु एक-एक पैसा चुक्ता नै करबिही तबतक अतेसे जाइले नै पाबबिही।
कि एक टकामे दुइटा बगरा नै बिकाइछै? तैयो एकोटा बगरा परमेस्वर पिताके इक्छा बेगर भुइयामे नै खसैछै।
तब रजा एकदम खिस्याइलै आ ओकरा सब करजा नै सधाबैतक ओकरो जहलमे राइख देल्कै।”
“तकरबाद उ आपन बमा कता भेल्हासबके कहतै, हे परमेस्वरसे सराप पाबलाहा लोकसब। हमरसे दुर चैल जो! सैतान आ ओकर दुतसबके लेल तैयार करल कहियो नै मुझाइबला आइगमे चैल जो।
तब उसब दन्डके भागिदार हेतै, महज धरमीसब अनन्त जिबन पाबतै।”
महज ओते एकटा गरिब बिधुवा तामके दुइगो डलर दान करल्कै, जकर मोल एको पैसासे कम छेलै।
कोइ तोहर उपर झगरा लग्याके पन्च लग लजाइत खिना रस्तेमे मिलैके कोसिस कर। नै त उ तोरा पन्चके अगा लेजाइतौ आ पन्च तोरा सिपाहीके जिमा लगाइतौ आ सिपाही तोरा जहलमे ढोइकदेतौ।
हम तोरासबके कहैचियौ, जाबेतक जरिबनाके एक-एक पैसा नै तिरबिही ताबेतक नै छुटबिही।”
अतबे नै, अतेसे तोहर लग जायले खोज्तै त अतेसे जायले नै सकैक आ आबैले चाहतै त ओतेसे आबे नै सकैक कैहके तोरा आ हमरासबके बिचमे बहुत बरका गैहर खाइध छै।’
एहैन लोकसब परभुके उपस्थिती आ ओकर सक्तिके महिमासे अलग हेतै आ सबदिनके लेल नास हेतै।
कथिलेकी जे लोक किरपा नै करैछै ओकर नियाय किरपे बिनाके हैछै। किरपा नियायके उपर बिजय हैछै।