2 अचानक भुम्कौन भेलै कथिलेकी परमपरभुके एकटा स्वरगदुत स्वरगसे निचा उतरलै आ चिहानके मुहमे राखल पथल गुरकाके हटाइल्कै आ ओहिउपरमे बैठलै।
आ उ चटानमे खुइनके बनल आपने लबका चिहानमे राइखके चिहानके मुहमे बरका पथल गुरकाके बन्द कैरदेल्कै आ ओतेसे चैलगेलै।
तब उसब ज्याके चिहानके मुहमे बन्द करल पथलमे छाप लगेल्कै। सिपाहीसबके सुरक्छा करैले पहारा लगादेल्कै।
रैबदिन मरियम मग्दलिनी भोरे चिहानमे एलै आ उ चिहानके मुहमे राखल पथल हट्याल देखल्कै।
तहै बखत अचानक बरका भुमकौन भेलै। भुमकौनके धक्कासे जहलके खुट्टा खम्हा सब हिलगेलै। सब केबारसब आपने खुइलगेलै आ बान्हल घुरीसब खुलगेलै।
महज ओहै रात परभुके एकटा स्वरगदुत जहलके केबारसब खोइल देल्कै आ बाहर लज्याके कहल्कै,
परमेस्वरके परकट करल सत्यके सन्देस अचमके चियै आ अकरा कोइ नै इन्कार करे सक्तै। खिरिस्ट मानब बैनके परगट भेलै आ पबितर आत्मासे धरमी ठहरल गेलै। स्वरगदुतसब ओकरा देखल्कै आ जाती-जातीके बिचमे ओकर बारेमे परचार भेलै। सन्सारमे लोकसब ओकरा बिस्बास करल्कै आ उ महिमाके सङे स्वरगमे उठ्यालगेलै।
तै बखत अगमबक्तासबके करलहा यि सेबा ओइसबके फाइदाके खातिर नै महज तोरेसबके खातिर चियौ कैहके परमेस्वर ओइ अगमबक्तासबके देखाइने छेलै। यि बात स्वरगसे पठेल्हा पबितर आत्माके सक्तीसे सुसमाचार सुनाबैबला दुवारा अखैन तोरासबके घोसना करनेछौ। यि बात स्वरगदुतोसब जानैले चाहैछै।
तखन स्वरगमे परमेस्वरके मन्दिर खुल्लै आ ओकर मन्दिर भितर ओकर करारके सन्दुक देखापरलै। तब अकासमे बिजली चमैक उठलै। डरलागैबला अबाज सुनाइ देल्कै आ मेघके गरजन सुनेलै, भुमकौन गेलै आ बरका बरका पथल परलै।