57 साँझ परलाके बाद अरिमाथिया सहरके योसेफ नामके एक गोरे धनिक लोक एलै। ओहो येसुके चेला छेलै।
उ पिलातसलग ज्याके येसुके लहास माङल्कै। पिलातस ओकरा येसुके लहास लजाइले अनुमति देल्कै।
जब युहन्नाके चेलासब यि बात सुनल्कै तब उसब आइबके ओकर लहास उठाके चिहानमे गारल्कै।
आ ओकर बिसयमे लिखल सब बात उसब पुरा करलाके बाद उसब येसुके कुरूससे निचा उताइरके चिहानमे लज्याके राखल्कै।