8 यीसब त कस्टके सुरुवात मातरे चियै।
जाती-जातीके बिचमे लराइ हेतौ आ राजके बिरोधमे राज खरा हेतौ। जते-तते भुमकौनसब आ भुखमरीसब हेतौ। यि त अन्तके दिनके सुरुवात मातरे चियै।
“महज यि सबबातसब हैसे पहिने, लोकसब तोरा पकरतौ, सताइतौ, सभाघरमे लज्याके जिमा लग्यादेतौ आ पकैरके जहलमे द्यादेतौ। हमर नामके खातिर तोरासबके रजा आ सासकसबके अगामे ठडा करतौ।
जब लोकसब “सान्ती आ सुरक्छा” कहैत रहतै, तै बखत जनङ देहभारी भेल जनी बच्चाके जल्माबैके पिरा उखरैछै तहिनङ अचानक ओइसब उपर आफत एतै आ उसब ओइसे नै बाच्बे।
हे धनिक लोकसब, हमर बात सुन! तुसब बिलाप कैर-कैरके कान, कथिलेत तोरासबके जिबनमे बहौत बिपत आबैबला छौ।