3 जब उ न बजे दिसन बजारमे निकललै त लोकसबके काम नै कैरके ठारभेल देखल्कै।
तब ओइ जनसबके एक दिनके बैन चानीके एक टका तोइकके आपन अङगुरके बारीमे काम करैले पठेल्कै।
तब उ ओइसबके कहल्कै, ‘तुसब हमर अङगुर बारीमे काम करैले जो, जे उचित हेतै से हम तोरासबके देबौ।’
जखुन येसुके कुरूसमे लटकाइछेलै तखैन बिहानके न बाजलछेलै।
जब ओइ छौरीके मालिकसब देखल्कै कि आब कमाइके रस्ता ओरागेलै तब उसब पावल आ सिलासके पकैरके घिसयाइते सहरके चौकमे सासकसबलग आनल्कै।
तोरासबके बिचार करल जखा यि सब अङगुरके मध पिके नै मातल छै, कथिलेत अखुन बिहानके न मातरे बाजल छै।
उसब अङने-अङने चलैबला आदत पैरके कोरनी आ चुगली लगाइबाली हैछै। ओतबे नै उसब नै बाजैबला बातसब बतियाइछै आ दोसरके काममे टाङ अराबैबाली हैछै।
तुसब कोढिया नै बन, महज एहैन लोक जखा बन, जे बिस्बास आ धिरजसे परतिग्या करल चिज पाबैछै।