16 “कोइ डिबिया बाइरके ढकियासे नै झापैछै, नै त खटियाके निचामे राखैछै, महज भितर आबैबलासबके इजोत हेबे कैहके डैठमे राखैछै।
“कोइ इजोत बाइरके ढकियासे नै झापैछै नै त घोसाइरके राखैछै, बरु भितर आबैबलासब इजोत देखतै कैहके डैठमे राखैछै।
महज हलगर माटीमे परैबला उसब चियै, जे कोइ परमेस्वरके बचन सुनैछै आ आग्याकारी भ्याके मनेमे राखैछै आ दुख सहियोके बहौतरा फल फराइछै।”
तु ओकरासबके आँख खोइलके अन्हारसे इजोतमे आ सैतानके बन्धनसे परमेस्वर दिसन घुमाबे। जैसे उसब हमरमे बिस्बास करे आ ओकरसबके पाप छमा भ्याजाय आ परमेस्वरके पबितर करल लोकसब रहल ठाममे रहे पाबे।’
हमर दहिना हाथमे तोहर देखल यि सात तरासब आ सोनाके डैठके रहस यि चियै, सात तरासब सात मन्डलीके देख-भाल करैबला स्वरगदुतसब आ सातटा डैठ सातटा मन्डलीसब चियै।”
उ दुइटा साक्छीसब, दुइटा जैतुनके गाछसब आ दुइटा डैठसब चियै जे पिरथिबीमे राज करैबला परभुके अगा ठार रहैछै।