फरिसी ठार भ्याके परथना करल्कै, ‘हे परमेस्वर, हम अहाँके धन्यबाद चरहाइचियै कथिलेत हम औरो लोकसब जखा लोभी, पापी, बेबिचारी आ यि बटीयो उठाइबला जखा नै चियै।
तब ओते जोर-तोरसे होहल्ला भेलै आ फरिसी दलके कुछ धरमगुरुसब खरा भ्याके सदुकीसबके घोर बिरोध करैत कहल्कै, “हमसब यि लोकमे कोनो दोस नै देखलियै। यदी अइ लोकसे आत्मा या स्वरगदुते बोल्तै त कथी भेलै!”