18 महज सब लोकसब हल्ला कैरके कहल्कै, “अकरा मारैये परतै! बरु हमरासबके खातिर बारब्बाके छोइरदियौ!”
[तब ओतेका चलन अनुसार निस्तार पाबैनके अबसरमे तै दिन रोमी सासक एकटा कैदी छोइरदेबे परैछेलै।]
(महज बारब्बा सहरमे बिदरोह आ हतियाके आरोपमे जेल परल छेलै।)
महज पतरुस देहरीके केबारे लग ठार भेलै। तब उ दोसर चेला, जे परधान पुजारीके चिन्हैछेलै, उ बाहर निकैलके केबारमे पहरा करैबाली छौरीसङे बात कैरके पतरुसके भितर आनल्कै।
तबो तक लोकसब पावलके “ओकरा खतम कर।” कैहके हल्ला करैत पछा पछा गेलै।
लोकसब पावलके यि बात “हम तोरा दुर-दुर गैर-यहुदीसबके बिचमे पठाइबौ, सुनते मातर” उसब जोर-जोरसे हल्ला करैत कहेलाग्लै, “दुनियासे अकर नाम निसान मेटा दहै। कथिलेत यि जिबित रहैके योग्यके नै छै।”
जे पबितर आ धरमी छेलै तकरा त अहाँसब इन्कार करलियै। महज जे आदमी खुनी छेलै ओकरा अहाँसब छोरैके माङ करलियै।