1 एक दिन मन्दिरमे येसु लोकसबके सिक्छा दैत सुसमाचार सुनाइतरहै, तहै बखत मुल पुजारीसब, धरमगुरुसब आ अगुवासब ओकरलग एलै,
तकरबाद येसुके पकरैले ऐल भिरके लोकसबके कहल्कै, “कि हम डाकु चियै से सोइचके तुसब हमरा पकरैले तलबार आ लाठी ल्याके एलचिही? दिनदिने त हम मन्दिरमे सिक्छा दैत तोरेसबसङे छेलियौ तखुन हमरा नै पकरलिही।
आ ओकरा पुछल्कै, “कोन अधिकारसे तु यि काम करैचिही? तोरा यि अधिकार के देने छौ? हमरासबके कह।”
तकरबाद येसु परमेस्वरके राजके सुसमाचार सुनाइले सहर-सहर आ गाम-गाममे गेलै। ओकरसङे बारह गोरे चेलासब छेलै।
तब येसु ओकरा जबाफ देल्कै, “हम त सबकोइ सुने कैहके खुलमखुला कहनेचियौ। हम हरदम सभाघरसब आ मन्दिरमे आपन सिक्छा देलियै, जते यहुदीसब जमा हैछै। हम आपन सिक्छा गुप्तमे नै देने चियै।
पतरुस आ युहन्ना लोकसबसे बात करैतरहै, तखुन्ते कुछ पुजारीसब, मन्दिरके सिपाहीसबके कप्तान आ सदुकीसब एलै।
तब अहिनङे उसब जनताके, धरमगुरुके आ अगुवासबके बहकेल्कै, उसब मिलके स्तिफनसके पकैरके महासभामे आनल्कै।