22 तब उ रजा ओइ नोकरके कहल्कै, ‘ऐ ठक नोकर! आब हम तोरे मुहके बातसे हम तोहर इन्साफ करबौ। जे नै देनेचियौ से माङबौ आ जे नै रोपने चियै ओकरे काटैबला हम कठोर मनके लोक चियै से बात तु सोच्ने छेल्ही।
कथिलेत तोहर बोलल्हा आपने बातसबसे दोसी आ निरदोसी ठहरबिही।”
तब रजा ओकरा पुछल्कै, ‘यौ, सङी! अहाँ बियाह भोजमे पिन्हैबला बस्तर नै पिन्हके कनङके भितर एलियै?’ महज उ कुछो कहैले नै सकल्कै।
हमरा अहाँसे डर हैये, कथिलेत अहाँ कठोर मनके लोक चियै। जे नै देने चियै सेहे माङैचियै आ जे नै रोपलियै तकरे काटैचियै।’
तैयो हमर टका कथिले नै बियाजमे लगाइलिही त? हम अखनु बियाज सहित पाबतियै।’
बेबस्थाके बात त बेबस्थाके अधिनमे रहैबला लोकसबके लेल चियै कैहके हमरासबके थाहछै। ओहैसे परमेस्वर सन्सारके नियाय करैतखिना हम पाप नै करनेचियै कैहके बहाना बनाबे नै सक्तै।