16 महज येसु ओकरा कहल्कै, “कोनो एकटा लोक साँझके बरका भोजके तैयारी करल्कै आ बहुत लोकसबके नौता देल्कै।
पबितर आत्मा आ कनिया कहैछै, “आबु!” जे लोक सुनैछै, उहो लोक कहे कि, “आबु।” जे पियासल छै, उ आबे आ जकरा इक्छा लागैछै उ जिबनके पानी मङनिएमे पिबे!
देख, हम केबारके देहरीमे ठार भ्याके ढकढकाइबौ। कोइ हमर सोर सुनके केबार खोइलदेतै त, हम ओकर कते भितर एबै आ ओकरसङे भोजन खेबै आ उ हमरसङे भोजन खेतै।