11 ओते एकटा जनिके अठार बरिससे कमजोर करैबला दुस्टआत्मा लागल छेलै। उ कुबरी भेल छेलै आ आपनेसे पिठ सोझ करे नै सकैछेलै।
येसु पुरे गालिल परदेसके सभाघरसबमे सिक्छा देबे लाग्लै, स्वरगके राजके सुसमाचार परचार करैत आ लोकसबमे लागल सब परकारके रोग-बिमारके निक करल्कै।
तब येसु ओकर बाबुके पुछल्कै, “कहियासे एहेन भ्या रहलछौ?” उ जबाफ देल्कै, “छोटेसे।”
येसु ओकरा देखल्कै आ बोलाके कहल्कै, “हे जनि, आब तु आपन कमजोरीसे छुटकारा पाबलिही।”
यि अबराहमके बेटी जे अठार बरिससे सैतानके फन्हामे परल छेलै, पबितर बिसराम दिनमे यि फन्हासे उ छुटकारा हैके नै चाही?”
जब यि बातसब हेबे लागतौ तब साहस कैरके ठडा हो आ आपन मुरी उठाके उपर माथे ताक, कथिलेत तोरासबके उदार नजदिक आइबरहल्छौ।”
भुतसब आ रोग-बिमारसे निक भेल्हा जनिसब सेहो पछा लाग्लै। ओइमेसे सात भुत लागलसे निक भेल मग्दलिनी कहैबाली मरियम सेहो छेलै।
जब येसु नाहसे कातमे उतरलै तब सहरसे एल एकटा लोकके भेटलै, ओकरा भुत लागल छेलै। उ लोक बहुत दिन पहिनेसे बस्तर नै लगाइछेलै आ घरमे नै रैहके मरघटामे रहैछेलै।
ओइ भिरमे कोइ नै निक करे सकल बारह बरिससे रक्तसराव रोगसे पिडित एक गोरे जनी छेलै।
ओहि समयमे जलमेसे एक गोरा नेङरके लोकसब सुन्दर नामके देहरीमे आनैत रहै, जैसे आबत-जाबत करैबला लोकसबसे भिख माङे सके कैहके सबदिन ओते ओकरा आइनके राइख दैक।
कथिलेकी जे लोक आस्चरजके कामसे निक भेल छेलै, ओकर उमेर चालिस बरिससे उपर छेलै।