27 चौरीके लिली फुलाके बिचार कर, नै त उसब मेहनत करैछै, नै त धगासे कपरा बुनैछै, महज हम तोरासबके कहैचियौ, सोलोमन रजा कतबो धनिक छेलै तैयो उ लिली जखा सजिसजाउ नै भेलै।
कौवासबके देख, नै त उसब बिचहन छिटैछै, नै काटैछै, ओकरासबके नै त भन्डार नै बखारी छै, महज तैयौ परमेस्वर ओकरासबके खियाबैछै। तुसब त ओइ चिरै-चुरगुनसे बहुत मुल्यबान चिही!
तै खातिर ऐहनो छोट काम नै करे सकबिही त, औरो चिजके चिन्ता कथिले करैचिही?