3 हमरासबके दिन-दिनके खाना सबदिन दिय,
हमरासबके आइके भोजन दिय।
काइलके खातिर चिन्ता नै कर, कथिलेत काइलके दिन आपन फिकिर आपने करतै। आइके दुख आइके लेल बहौत छै।”
ओतेका लोकसब थेसलोनिकेके लोकसबसे खुला बिचारके लोकसब रहै। उसब परमेस्वरके सुसमाचार एकदम धियान द्याके सुनै। पावलके कहलहा बातसब मिलैछै कि नै मिलैछै कैहके उसब हरेक दिन धरमसास्तर पढ़है आ जाँचै।