22 महज ओकरसे सक्तिसाली लोक आइबके हमला कैरके जितलेतै त, ओकरमे भर परलहा सब हथियारसब छिनके ल्याजेतै आ ओकर लुटल सरसमानसब आपनमे बाँटतै।
सेना जखा हथियार लके एकटा बौकार लोक आपन घरके सुरक्छा करतै त, ओकर सरसमानसब सुरक्छित रहतै।
जे लोक हमर पक्छमे नै छै, उ हमर बिरोधमे छै। जे हमरसङे नै बिछछै, उ लोक छिरियाइछै।
सैतानके सब योजनासबके बिरोध करैले परमेस्वरके देल सब हाथ-हथियार उठा।
अहै खातिर आब परमेस्वरके सब हाथ-हथियारसब धारन कर। तब तोरौरके खराब दिनमे सैतानके सक्तिसबके रोकैले सकबिही आ अन्त तलिक लराइ कैरके ठारभेल रहेसकबिही।
उ आत्मिक दुस्ट सक्तिसबके आ अधिकार सबके नस्ट करल्कै आ खिरिस्टके कुरूस दुवारा ओकरासबके हरेल्कै। उ ओइसबके खुलम खुल्ला तमासा बन्यादेल्कै।
फेनो-फेनो पाप करैबलासब सैतानके लोक चियै। कथिलेत सैतान सुरुवेसे पाप करैत एलछै। अहै खातिर सैतानके काम नास करैले परमेस्वरके बेटा परगट भेलछै।
हमर धियापुतासब, तुसब परमेस्वरके चिही आ तुसब झुठा अगमबक्तासबके जितनेचिही कथिलेत तोरासबमे रहल पबितर आत्मा सन्सारमे भेल आत्मासे सक्तिसाली छै।