कथिलेत साँचे हम तोरासबके कहैचियौ, जबतक स्वरग आ पिरथिबी खतम नै हेतै तबतक बेबस्थामे लिखल बात बिना पुरा भेने छोटसे छोट बुन्का ओकर एकोटा आछर तक नै बुताइतौ।
तुसब हमरमे रह आ हम तोरासबमे रहबौ। जेनङकी ठाइर अङगुरके लतीमे नै रहतै त उ आपनेसे फल फराइले नै सक्तै, तहिनङ तुसब हमरमे नै रहबिही त तुहुसब फल फराइले नै सकबिही।
‘जकरा कान छै, उ पबितर आत्मा मन्डलीसबके कथी कहैछै से बात सुने। जे जित हासिल करतै, तकरा हम गुप्तमे भेल खाइबला मन्न देबै। हम ओकरासबके एकटा उजर पथल देबै, जैमे लया नाम लिखल रहतै। यि उजर पथल पाबैबला मातरे उ नाम जान्तै।’”