29 जकरसङे कनिया छै वह्या बर चियै। बरसङे ठार हैबला बरेके अबाज सुइनके बहौत खुसी हैछै। अहैलेल हमर यि खुसी आब पुरा भेलछै।
“स्वरगके राज एकटा एहेन रजा सङे तुलना करेसकैचियै जे आपन बेटाके बियाह उत्सबमे भोज करल्कै।
येसु कहल्कै, “स्वरगके राज एहेन चियै- दसटा कुमाइर कनिया आपन-आपन चिरखा ल्याके बरके भेटैले निकललै।
तब येसु जबाब देल्कै, “जाबेतक बर, बरियातीसङे रहैछै, कि उसब सोक मनाइछै? महज उ दिन एतै जहिया बर ओइसबके बिचसे अलग हेतै तब उसब उपास बैठतै।
तब घरमे आइबके उ आपन सङिसब आ परोसियासबके बोलाइछै, तब ओइसबके कहैछै, ‘हमर हरेल्हा भेंरा भेटगेलै! सबकोइ आबैजो, हमरसङे खुसी मना।’
हमर आनन्द तोरासबमे रहे आ तोरासबके आनन्द पुरा हेबे कैहके हम यि बातसब तोरासबके कहलियौ।
अखुनोतक तुसब हमर नाममे कुछो नै माङनेचिही। माङ त तुसब पाबबिही आ तहैसे तोरासबके आनन्द पुरा हेतौ।
“महज आब हम अहाँ लग आइबरहल चियै। हमर आनन्द ओइसबमे पुरा हेबे कैहके हम सन्सारमे रैहते यि बात कहैचियै।
उ बढते जाइत रहे, महज हम घटते जाइत रही।”
परमेस्वर तोरासबके करल वास्ता जखा हम्हु तोरासबके वास्ता करैचियौ, कथिलेकी हम त एक मातरे बर खिरिस्टसङे तोरासबके बियाह कैरदैके परतिग्या करनेचियौ। ओहैसे तोरासबके ओकर पबितर कुमाइर कनियाके रुपमे कनियादान करैके बिचार करनेचियौ।
तुसब एकेमन भ्याके, एके परेममे रैहके आ एक चित भ्याके हमर आनन्द पुरा कर।
अपनासबमे भरपुर आनन्द रहे कैहके हमसब यि बात लिखरहल चियौ।
हमरा तोरासबके लेल लिखैबला बात त बहुतो छै, महज हम कागत आ मैससे लिखैले नै चाहैचियै। बरु तोरासबलग ज्याके आमने-सामने भ्याके बतियाबैके आसा करनेचियै, ताकी अपनासबके आनन्द पुरा भ्यासके।
तब उ सात अन्तिम बिपतीसे भरल सातटा बाटी बोकैबला सातटा स्वरगदुतमेसे एक गोरे हमरा आइबके कहल्कै, “अते या, हम तोरा कनिया देखेबौ, जे थुमाके घरबाली चियै।”