ओकर चेलासब पहिने यि बात नै बुझल्कै। महज येसु महिमीत भेलाके बाद ओकरासबके याद एलै कि यि बात ओकरे बारेमे लिखल छेलै आ उ लोकसब यि सबकाम ओकरे लेल करल्कै कैहके बुझल्कै।
महज यि सब बातसब हम तोरासबके कैह देनेचियौ, ‘जब उ समय एतौ, तोरासबके कथी कहने रहौ से बात थाह हेतौ। पैहने हम यि बात तोरासबके नै कहलियौ, कथिलेत हम तोरेसबसङे रहियौ।’